शुक्रवार, 9 अगस्त 2013

लाठी के गुण

लाठी में हैं गुण बहुत , सदा रखिये संग ।
गहरि नदी, नाली जहाँ , तहाँ बचावै अंग ।।
तहाँ बचावै अंग , झपटि कुत्ता कहँ मारे  ।
दुश्मन दावागीर होय , तिनहूँ को झारै ।।
कह गिरिधर कविराय , सुनो हे दूर के बाठी ।
सब हथियार छाँडि , हाथ महँ लीजै लाठी ।।

उधार का ऋण

झूठा मीठे वचन कहि, ॠण उधार ले जाय ।
लेत परम सुख उपजै, लैके दियो न जाय ॥
लैके दियो न जाय, ऊँच अरु नीच बतावै ।
ॠण उधार की रीति, मांगते मारन धावै ॥
कह गिरिधर कविराय, जानी रह मन में रूठा।
बहुत दिना हो जाय, कहै तेरो कागज झूठा ॥

टोंक में रेल का तोहफ़ा

ईद के पावन अवसर पर मुख्यमन्त्री अशोक गहलोत ने टोंक में रेलगाड़ी के लिए ५०% राशि देने की घोषणा कर दी है |